CM नीतीश ने मंच पर बुलाकर DM-SSP को लगाईं फटकार, कहा-वचन लीजिए पूरा काम करिएगा कि नहीं..
पटना: बिहार में शनिवार को नशामुक्ति दिवस पर पटना के ज्ञान भवन में मद्य निषेध विभाग के कार्यक्रम में सीएम नीतीश कुमार ने पटना के एसएसपी और डीएम को खरी-खरी सुनाई. उन्होंने पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह और एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लों से कहा कि अभी आपको मध निषेध विभाग में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया, लेकिन सबसे ज्यादा गड़बड़ पटना में ही होता है. सीएम ने कहा कि हम तो बार-बार कहते हैं कि पटना पर विशेष नजर रखिए, लेकिन आप लोग कुछ काम करते हैं, लेकिन पूरा नहीं करते हैं. इसके बाद सीएम ने एसएसपी और डीएम को बुलाकर कहा कि वचन लीजिए पूरा काम करिएगा कि नहीं..’
सीएम नीतीश ने बिहार की लोगों से यह निवेदन करते हुए कहा कि हम सभी लोग मिलकर यह संकल्प लें कि किसी भी तरह के नशीलें पदार्थ का कभी भी कहीं भी सेवन नहीं करेंगे और आस-पास के लोगों को भी नशीलें पदार्थों का सेवन नहीं करने को लेकर प्रेरित करेंगे. ताकि इसके दुष्प्रभाव से हमलोग बच सकें. नशे से न सिर्फ स्वास्थ बल्कि संस्कार भी खराब होता है. सीएम नीतीश ने कहा कि असली वाला कुछ लोग ही पकड़ा रहा है, सब नहीं पकड़ा रहा है, जितने हमारे पुलिस वाले लोग हैं वह सब उसको देखिए. मुख्यमंत्री ने मंच पर पटना के डीएम और एसएसपी को खोजने लगे. उन्होंने कहा कि पटना पर कंट्रोल करिए. पटना वाला जब पूरा हो जाएगा तो बाकी वाला डरेगा.आप लोग असली आदमी को पहचानिए कौन कर रहा है गड़बड़.
नीतीश कुमार ने आगे कहा कि हमलोग 2011 से मघ निषेध दिवस मना रहे हैं. महिलाओं के कहने पर हमने शराबबंदी की. सरकार ने पहले गांव में शराबबंदी की. इसके बाद शहरों में आंदोलन शुरू होने पर शराबबंदी लागू की गई. सीएम ने कहा कि हम शराबबंदी लागू किए हैं तो कुछ लोग मेरे खिलाफ है, बहुत ही खिलाफ है. कितना काम किए हैं, बड़े-बड़े लोग अब इसकी चर्चा नहीं करते हैं. मुख्यमंत्री ने उनपर प्रहार करते हुए कहा कि आपको जो करना है करिए ,हमको कोई दिक्कत नहीं, हम को इसकी परवाह नहीं है, लेकिन जान लीजिए शराब कितनी बुरी चीज है.
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि 1 अप्रैल 2016 को हमने शराबबंदी कानून लागू कर दिया. सीएम ने कहा कि 90 परसेंट आदमी तो अच्छा करता है, लेकिन 10 परसेंट कुछ ना कुछ गड़बड़ करता है. उसी के लिए हम लोग प्रयास करते रहते हैं. आज भी तरह-तरह की बात होती है. शराबबंदी कानून पूरी तरीके से लागू हो इसको लेकर हम हर बार मीटिंग करते हैं. हम अधिकारियों से कहते हैं कि इसको देखिए. कार्रवाई जारी है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम जब सरकार में आये तो शराब से टैक्स 5000 करोड़ रूपया तक पहुंच गया था. 2015 में जह हम फिर से सरकार में आये तो महिलाओं की मांग पर शराबबंबदी ललागू करने का विचार किया। 2015 में जब नई सरकार बनी उसके बाद हमने शराब बंदी लागू करने का निश्चय किया और पाठक जी को इसका जिम्मा दिया.