रेल बजट में बिहार वासियों के लिए एक नई खुशखबरी है बताया जाता है कि बिहार से दिल्ली और बिहार से हावड़ा के बीच बुलेट ट्रेन का परिचालन किया जाएगा. इस बाबत इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप करने को लेकर रेल बजट में पैसे का प्रावधान किया गया है. पैसे मंजूर होने के बाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर तेजी से काम किया जाएगा. अधिकारियों का कहना है कि बुलेट ट्रेन के लिए दिल्ली से वाराणसी आरा पटना गया होते हुए कोलकाता तक एलिवेटेड लाइन बननी है. बिहार के लोगों को बंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का भी तोहफा दिया गया है. रेल राज्य मंत्री राव साहब पाटील दानवे ने कहा कि बहुत जल्द पटना से बंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन शुरू कर दिया जाएगा. इस ट्रेन में कुल 16 डिब्बे होंगे. बताते चलें कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की स्पीड राजधानी और तेजस से ज्यादा है.
केंद्रीय बजट में की गई घोषणा के अनुसार राज्य के तीन मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे। साल 2014 के बाद बिहार के तीन शहरों बेतिया, मधेपुरा और पूर्णिया में मेडिकल कॉलेज खुले हैं जहां अभी बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई नहीं हो रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की घोषणा अगर जमीं पर उतरी तो इन तीनों मेडिकल कॉलेजों में बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई हो सकेगी। इसके साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा संसद में पेश केंद्र सरकार के बजट में की गई घोषणा के मद्देनजर बिहार के चार शहरों में एयरपोर्ट चालू होने की उम्मीदें बढ़ी हैं। वहीं, एक एक अन्य घोषणा के तहत बिहार के सात जिलों के 1517 सीमावर्ती गांवों में पर्यटकीय सुविधाओं का विकास होगा। वहीं, पटना से हावड़ा के लिये वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने का एलान भी हुआ है।
वर्ष 2014 के बाद बिहार के पावापुरी में भी मेडिकल कॉलेज खुले हैं। लेकिन यहां बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई अभी जारी है। इसलिए बजट की घोषणा मात्र तीन शहरों में खुले मेडिकल कॉलेज पर ही लागू होंगे। इन तीन कॉलेजों में से प्रत्येक में कम से कम 100-100 सीटों पर पढ़ाई होगी। वैसे केंद्र सरकार चाहे तो इससे भी अधिक सीटों पर नामांकन की स्वीकृति दे सकती है। बजट में प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना आयुष्मान के आवंटन को 6427 करोड़ से बढ़ाकर 7200 करोड़ कर दिया है। आयुष्मान योजना के दायरे में राज्य के एक करोड़ आठ लाख परिवार आते हैं। आवंटन में वृद्धि का लाभ बिहार के आयुष्मान लाभार्थियों को भी मिलेगा। हालांकि आवंटन देखें तो एक व्यक्ति पर 154 रुपए ही खर्च होंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के बजट में भी वृद्धि की गई है। चालू वित्तीय वर्ष में एनएचएम का बजट 33708 करोड़ का था जिसे बढ़ाकर 36 हजार 785 करोड़ कर दिया गया है। इसके तहत स्वास्थ्य विभाग की दर्जन भर से अधिक योजनाएं क्रियान्वित होती है। इसमें सभी तरह के टीकाकरण, कई बीमारियों के उन्मूलन से संबंधित कार्यक्रम शामिल हैं। बजट में वर्ष 2047 तक देश को एनीमिया मुक्त करने की घोषणा की गई है। ऐसे में अगर इस तरह की योजना राष्ट्रव्यापी तौर पर शुरू होगी